पंडित धीरेन्द्र शास्त्री निकालेंगे पदयात्रा, हिंदू एकता के लिए लिया संकल्प
धीरेन्द्र शास्त्री के “दिव्य दरबार” के दौरान हजारों लोगों ने हिंदू एकता पद यात्रा में शामिल होने का लिया संकल्प।
धीरेंद्र शास्त्री ने ये भी कहा कि जो अनुयायी 8 दिनों तक यात्रा में साथ चलेंगे। वे अपने साथ कंबल, बिस्तर और थाली लेकर जरूर आएं।
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने हिंदू एकता को बढ़ावा देने के लिए 160 किलोमीटर लंबी पदयात्रा का आयोजन करने का निर्णय लिया है। यह "सनातन एकता पदयात्रा" 21 नवंबर 2024 को मध्य प्रदेश के छतरपुर में स्थित बागेश्वर धाम से शुरू होगी और 30 नवंबर को रामराजा मंदिर, ओरछा में समाप्त होगी। इस यात्रा का उद्देश्य सनातन धर्म के सिद्धांतों को सशक्त करना और हिंदू समाज को एकजुट करना है। धीरेंद्र शास्त्री ने इसे जातिवाद और सांप्रदायिक भेदभाव से परे जाकर समाज में एकता और जागरूकता लाने का प्रयास बताया है।
पंडित धीरेन्द्र शास्त्री के दिव्य दरबार में हजारों लोगों ने हिंदू एकता पद यात्रा में शामिल होने का संकल्प लिया। इस यात्रा का उद्देश्य देश में जात-पात और छुआ छूत को खत्म कर हिंदू एकता को बढ़ावा देना है। इस यात्रा में शामिल होने वाले अनुयायियों को पहले रजिस्ट्रेशन करवाना होगा और अपने साथ कंबल, बिस्तर, थाली और अन्य जरूरी सामान लाना होगा। शास्त्री ने यात्रा के दौरान प्रतिदिन लगभग 20 किलोमीटर का सफर तय करने का निश्चय किया है। उनकी अपील है कि जो लोग इस पदयात्रा में शामिल होना चाहते हैं, वे यात्रा में पूर्ण सहयोग और समर्पण के साथ आएं, ताकि यात्रा के आयोजन में कोई कमी न रहे। धीरेंद्र शास्त्री ने इस यात्रा को सांस्कृतिक और धार्मिक एकता के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत किया है, जिसका उद्देश्य पूरे हिंदू समाज को एकजुट करना है।
इस यात्रा के माध्यम से, शास्त्री का मानना है कि सनातन धर्म के सिद्धांतों के प्रति लोगों की आस्था और जुड़ाव बढ़ेगा।